आज 1 फरवरी 2025 को केंद्रीय वित्त मंत्री निर्मला सीतारमण ने लोकसभा में आम बजट 2025-26 पेश किया। इस बजट से पहले ही जनता के लिए राहत भरी खबर आई है। सरकारी तेल कंपनियों ने एलपीजी गैस सिलेंडर की कीमतों में कमी की है। खासतौर पर कॉमर्शियल गैस सिलेंडर की कीमतों में कटौती की गई है, जिससे होटल, रेस्टोरेंट और अन्य व्यवसायों को सीधा फायदा होगा। हालांकि, घरेलू एलपीजी सिलेंडर की कीमतों में कोई बदलाव नहीं किया गया है।
कॉमर्शियल सिलेंडर के दाम घटे
सरकारी तेल कंपनियों ने 19 किलोग्राम वाले कॉमर्शियल गैस सिलेंडर के दाम 7 रुपये तक कम कर दिए हैं। इससे खाद्य पदार्थ बेचने वाले छोटे व्यवसायी, होटल, रेस्टोरेंट और फूड स्टाल संचालकों को राहत मिलेगी।
प्रदेश के विभिन्न शहरों में एलपीजी सिलेंडर के दाम
सरकारी तेल कंपनियों द्वारा जारी नई दरें कुछ इस प्रकार हैं:
शहर | एलपीजी सिलेंडर की नई कीमत (रुपये में) |
---|---|
भोपाल | 1802.50 |
छतरपुर | 1842 |
छिंदवाड़ा | 1849 |
ग्वालियर | 2027 |
होशंगाबाद | 1840 |
इंदौर | 1904.50 |
जबलपुर | 2015 |
खंडवा | 1935.50 |
मंदसौर | 1996.50 |
इन नए दामों के लागू होने के बाद होटल, ढाबों और बड़े रसोईघरों में उपयोग किए जाने वाले कॉमर्शियल सिलेंडर की लागत कम हो गई है, जिससे खाद्य सामग्री के दामों में भी गिरावट आ सकती है।
घरेलू सिलेंडर की कीमतों में कोई बदलाव नहीं
हालांकि, घरेलू उपयोग में आने वाले 14.2 किलोग्राम के एलपीजी सिलेंडर की कीमतों में कोई बदलाव नहीं किया गया है। इससे आम उपभोक्ताओं को फिलहाल कोई सीधी राहत नहीं मिली है। लेकिन भविष्य में यदि अंतरराष्ट्रीय बाजार में कच्चे तेल की कीमतों में गिरावट आती है, तो घरेलू एलपीजी सिलेंडर की कीमतों में भी कटौती संभव हो सकती है।
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व्यापारियों और उपभोक्ताओं को फायदा
कॉमर्शियल सिलेंडर की कीमतों में कटौती से होटल, रेस्टोरेंट, फूड स्टॉल और शादी-ब्याह जैसे आयोजनों में एलपीजी का उपयोग करने वालों को राहत मिलेगी। इससे खाने-पीने की चीजों की लागत कुछ हद तक कम हो सकती है, जिसका सीधा लाभ उपभोक्ताओं को मिलेगा।
कीमतों में बदलाव क्यों हुआ?
एलपीजी सिलेंडर की कीमतें मुख्य रूप से अंतरराष्ट्रीय बाजार में कच्चे तेल की दरों और डॉलर-रुपये के विनिमय दर पर निर्भर करती हैं। इस बार कीमतों में यह कटौती इन प्रमुख कारणों से हुई है:
- अंतरराष्ट्रीय बाजार में कच्चे तेल की कीमतों में स्थिरता – हाल के दिनों में कच्चे तेल की कीमतों में कोई बड़ा उछाल नहीं आया है, जिससे सरकार को राहत देने का मौका मिला।
- सरकारी नीतियां – सरकार समय-समय पर उपभोक्ताओं को राहत देने के लिए गैस सिलेंडर के दामों में संशोधन करती है।
- डिमांड और सप्लाई का संतुलन – गैस की मांग और आपूर्ति को देखते हुए कंपनियों ने कॉमर्शियल सिलेंडर के दामों में कमी की है।
आगे क्या हो सकता है?
विशेषज्ञों का मानना है कि यदि आने वाले महीनों में कच्चे तेल की कीमतें स्थिर रहती हैं, तो घरेलू गैस सिलेंडर की कीमतों में भी कमी हो सकती है। सरकार भी बजट के बाद आम जनता को राहत देने के लिए घरेलू एलपीजी पर सब्सिडी बढ़ाने का फैसला ले सकती है
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कॉमर्शियल गैस सिलेंडर की कीमतों में कमी से व्यापारियों को सीधा फायदा मिलेगा और खाने-पीने की चीजों की कीमतों पर भी असर पड़ सकता है। हालांकि, घरेलू एलपीजी सिलेंडर के दामों में कोई बदलाव नहीं हुआ है, जिससे आम उपभोक्ताओं को फिलहाल राहत नहीं मिली है। यदि सरकार भविष्य में घरेलू गैस सिलेंडर पर भी कीमतों में कटौती करती है, तो यह आम जनता के लिए और भी बड़ी राहत साबित हो सकती है।