आज, शनिवार 1 फरवरी 2025 को सोने की कीमतों ने नया रिकॉर्ड बना लिया। बजट पेश होने से पहले ही 24 कैरेट सोने का भाव 84,000 रुपये प्रति 10 ग्राम से ऊपर चला गया। यह अब तक की सबसे ऊंची कीमत है। विशेषज्ञों का मानना है कि सरकार बजट में गोल्ड पर इंपोर्ट ड्यूटी बढ़ा सकती है, जिससे इसकी कीमतों में और इजाफा हो सकता है।
बजट से पहले सोने के दाम में बढ़ोतरी
आज सुबह सोने के भाव में 1,300 रुपये तक की तेजी देखी गई है। अंतरराष्ट्रीय बाजार में अस्थिरता और अमेरिका की नीतियों में बदलाव के कारण निवेशकों का रुझान सोने की ओर बढ़ रहा है। ब्याज दरों में कटौती और वैश्विक अनिश्चितता के चलते सोने की कीमतें और अधिक बढ़ सकती हैं।
भारत में बढ़ी सोने और चांदी की मांग
भारत में शादी-ब्याह और त्योहारों के दौरान सोने की मांग हमेशा बढ़ जाती है। ऐसे में इसके दाम बढ़ना तय माना जाता है। यदि सरकार इंपोर्ट ड्यूटी बढ़ाती है, तो सोने की कीमतों में और ज्यादा उछाल आ सकता है।
दिल्ली और मुंबई में सोने का भाव
देश के अलग-अलग शहरों में 22 और 24 कैरेट सोने की कीमतें इस प्रकार हैं:
शहर | 22 कैरेट गोल्ड (10 ग्राम) | 24 कैरेट गोल्ड (10 ग्राम) |
---|---|---|
दिल्ली | ₹77,460 | ₹84,490 |
चेन्नई | ₹77,310 | ₹84,340 |
मुंबई | ₹77,310 | ₹84,340 |
कोलकाता | ₹77,310 | ₹84,340 |
चांदी की कीमतों में भी तेजी
चांदी की कीमतों में भी उछाल देखने को मिला। बजट से एक दिन पहले ही चांदी की कीमतों में 1,000 रुपये की बढ़ोतरी हुई और यह 99,600 रुपये प्रति किलोग्राम पर पहुंच गई। चांदी अपने रिकॉर्ड स्तर 1,00,000 रुपये प्रति किलोग्राम के बेहद करीब है।
सोने की कीमत कैसे तय होती है?
भारत में सोने की कीमतें कई कारणों से बदलती हैं। इनमें प्रमुख कारण हैं:
- अंतरराष्ट्रीय बाजार के भाव – अगर वैश्विक स्तर पर सोने की मांग बढ़ती है, तो भारत में भी कीमतें बढ़ जाती हैं।
- सरकार की इंपोर्ट ड्यूटी और टैक्स – इंपोर्ट ड्यूटी बढ़ने से सोना महंगा हो जाता है।
- रुपये की कीमत में उतार-चढ़ाव – अगर रुपये की कीमत डॉलर के मुकाबले गिरती है, तो सोना महंगा हो जाता है।
- शादी और त्योहारों के सीजन में मांग – भारत में सोने को शुभ माना जाता है, इसलिए शादी और त्योहारों के दौरान इसकी खरीददारी बढ़ती है।
- सुरक्षित निवेश के रूप में सोने की लोकप्रियता – जब अर्थव्यवस्था में अनिश्चितता होती है, तो लोग सोने में निवेश करना पसंद करते हैं।
क्या सोने की कीमत और बढ़ेगी?
विशेषज्ञों के अनुसार, अगर वैश्विक बाजार में अस्थिरता बनी रही और सरकार ने इंपोर्ट ड्यूटी बढ़ाई, तो सोने की कीमत 1 लाख रुपये प्रति 10 ग्राम तक भी जा सकती है। निवेशकों को सलाह दी जाती है कि वे सोने में निवेश करने से पहले बाजार की स्थिति का ध्यानपूर्वक अध्ययन करें।
सोने की कीमतों में आई यह बढ़ोतरी निवेशकों और आम जनता दोनों को प्रभावित कर सकती है। भारत में सोना न केवल निवेश का एक मजबूत साधन है, बल्कि सांस्कृतिक महत्व भी रखता है। यदि मौजूदा रुझान जारी रहे, तो आने वाले दिनों में सोने की कीमतें और ऊंचाई छू सकती हैं।