तमिलनाडु सरकार ने अपने राज्य के गरीब और जरूरतमंद परिवारों को पोंगल त्योहार के अवसर पर आर्थिक मदद देने की घोषणा की है। मुख्यमंत्री एम.के. स्टालिन ने इस पहल के तहत सभी राशन कार्ड धारकों को 1000 रुपये की नकद सहायता प्रदान करने का निर्णय लिया है। इसका उद्देश्य है कि राज्य के नागरिक खुशी और सम्मान के साथ पोंगल त्योहार मना सकें।
पोंगल उपहार योजना का विवरण
पोंगल तमिलनाडु का एक प्रमुख त्योहार है, जिसे हर साल जनवरी महीने में बड़ी धूमधाम से मनाया जाता है। इस वर्ष, पोंगल उपहार योजना की शुरुआत 2 जनवरी 2025 से की गई है। योजना के अंतर्गत:
- प्रत्येक राशन कार्ड धारक परिवार को 1000 रुपये नकद सहायता मिलेगी।
- इसके साथ 1 किलो चावल और 1 किलो चीनी मुफ्त दी जाएगी।
- यह सहायता लगभग 2.19 करोड़ परिवारों को प्रदान की जाएगी।
- इस योजना के लिए सरकार ने 2356.67 करोड़ रुपये का बजट निर्धारित किया है।
वितरण प्रक्रिया और समयसीमा
तमिलनाडु सरकार ने यह सुनिश्चित किया है कि सभी लाभार्थियों को समय पर सहायता मिले।
- योजना के तहत 2 जनवरी 2025 से वितरण शुरू हो गया है।
- पोंगल त्योहार 15 जनवरी 2025 को मनाया जाएगा, इसलिए सरकार ने सुनिश्चित किया है कि सभी लाभार्थियों को त्योहार से पहले सहायता प्राप्त हो जाए।
- वितरण प्रक्रिया को सुचारू बनाने के लिए विशेष दिशा-निर्देश जारी किए गए हैं।
पात्रता और लाभार्थी
पोंगल उपहार योजना का लाभ सभी राशन कार्ड धारकों को मिलेगा।
- इस योजना में वे परिवार भी शामिल हैं जो श्रीलंका पुनर्वास शिविरों में रह रहे हैं।
- इसका उद्देश्य है कि राज्य के हर जरूरतमंद और गरीब परिवार तक यह सहायता पहुंचे।
- योजना से लाभान्वित होने वाले परिवारों की संख्या 2.19 करोड़ है।
पिछले वर्षों की पहलें
तमिलनाडु सरकार पहले भी पोंगल के अवसर पर गरीब परिवारों को सहायता प्रदान करती रही है।
- 2014 में 100 रुपये नकद, 1 किलो कच्चा चावल और 1 किलो चीनी दी गई थी।
- 2015 में राशन कार्ड धारकों को उपहार बैग दिए गए।
- 2019 में सरकार ने 1000 रुपये की नकद सहायता दी।
- 2020 और 2021 में, यह राशि बढ़ाकर 2500 रुपये कर दी गई थी।
पोंगल उपहार योजना 2025 तमिलनाडु सरकार की एक सराहनीय पहल है, जिसका उद्देश्य राज्य के गरीब और जरूरतमंद परिवारों को त्योहार के समय आर्थिक सहायता प्रदान करना है। यह योजना न केवल आर्थिक मदद करती है, बल्कि राज्य के नागरिकों को त्योहार की खुशियों में शामिल होने का अवसर भी देती है। मुख्यमंत्री एम.के. स्टालिन की इस पहल से राज्य के लाखों परिवारों को लाभ मिलेगा और वे पोंगल त्योहार को खुशी और सम्मान के साथ मना सकेंगे।