भारतीय रिजर्व बैंक (RBI) ने बैंक खातों के संचालन और प्रबंधन से जुड़े नए नियम लागू करने की घोषणा की है। ये नियम 1 फरवरी 2025 से प्रभावी होंगे और कुछ प्रकार के बैंक खाते बंद हो सकते हैं। इन नियमों का मुख्य उद्देश्य बैंकिंग धोखाधड़ी को रोकना, बैंकिंग प्रणाली को अधिक पारदर्शी बनाना और ग्राहकों की सुरक्षा सुनिश्चित करना है।
इस लेख में हम इन नए नियमों के बारे में विस्तार से चर्चा करेंगे और समझेंगे कि किन खातों पर इनका असर पड़ेगा।
RBI के नए नियम: एक संक्षिप्त जानकारी
RBI ने बैंकिंग व्यवस्था को बेहतर बनाने के लिए नए दिशानिर्देश जारी किए हैं। इसके तहत यदि किसी खाते में लंबे समय तक कोई लेनदेन नहीं होता है या KYC अपडेट नहीं किया गया है, तो उसे बंद किया जा सकता है।
नियम | विवरण |
---|---|
लागू होने की तिथि | 1 फरवरी 2025 |
निष्क्रिय खाता | 2 वर्षों तक बिना लेनदेन वाले खाते |
KYC अपडेट | अनिवार्य, अन्यथा खाता बंद हो सकता है |
न्यूनतम बैलेंस | आवश्यक, अन्यथा खाता निष्क्रिय हो सकता है |
सरकारी खाते | अलग श्रेणी में रखे जाएंगे |
धोखाधड़ी रोकथाम | निष्क्रिय खातों की नियमित निगरानी |
ये 3 प्रकार के खाते होंगे बंद
RBI के नए नियमों के तहत निम्नलिखित तीन प्रकार के बैंक खाते 1 फरवरी 2025 से बंद हो सकते हैं:
1. निष्क्रिय बैंक खाते
यदि किसी बैंक खाते में लगातार 2 वर्षों तक कोई ग्राहक-प्रेरित लेनदेन (जैसे जमा, निकासी, चेक जारी करना, ऑनलाइन बैंकिंग आदि) नहीं होता है, तो उसे निष्क्रिय (Inactive) मान लिया जाएगा। ऐसे खाते लंबे समय तक निष्क्रिय रहने पर बंद हो सकते हैं।
खाता निष्क्रिय होने से बचाने के उपाय:
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- हर 6 महीने में कम से कम एक बार कोई लेनदेन करें।
- ATM से पैसे निकालें या जमा करें।
- ऑनलाइन बैंकिंग से बैलेंस चेक करें या लेन-देन करें।
2. KYC अपडेट न करने वाले खाते
RBI के नए नियमों के अनुसार, बैंक खाताधारकों को समय-समय पर अपना KYC (Know Your Customer) अपडेट करना अनिवार्य होगा। यदि कोई ग्राहक KYC अपडेट नहीं करता है, तो उसका खाता बंद हो सकता है।
KYC अपडेट करने के लिए आवश्यक दस्तावेज:
- आधार कार्ड, पैन कार्ड, पासपोर्ट (पहचान प्रमाण)
- बिजली बिल, टेलीफोन बिल (पते का प्रमाण)
- हाल ही का पासपोर्ट साइज फोटो
कैसे करें KYC अपडेट:
- बैंक की शाखा में जाकर KYC फॉर्म भरें।
- बैंक की नेट बैंकिंग या मोबाइल ऐप का उपयोग करें।
- बैंक द्वारा दी गई SMS या ईमेल लिंक से ऑनलाइन अपडेट करें।
3. न्यूनतम बैलेंस न रखने वाले खाते
कुछ बैंकों में न्यूनतम बैलेंस बनाए रखना आवश्यक होता है। यदि किसी खाते में न्यूनतम आवश्यक बैलेंस नहीं रखा जाता है, तो वह निष्क्रिय हो सकता है और अंततः बंद किया जा सकता है।
न्यूनतम बैलेंस बनाए रखने के लिए सुझाव:
- हर महीने खाते में कुछ राशि जमा करें।
- जरूरत न होने पर अतिरिक्त खाते बंद कर दें।
- बैंक द्वारा दी गई मिनिमम बैलेंस पॉलिसी को समझें।
बंद होने वाले खातों की पहचान और सूचना प्रक्रिया
RBI ने बैंकों को निर्देश दिया है कि वे निष्क्रिय खातों की पहचान करें और ग्राहकों को उनकी स्थिति की जानकारी दें।
बैंकों द्वारा ग्राहकों को सूचना देने के तरीके:
- पत्र या ईमेल भेजकर जानकारी देना।
- SMS के माध्यम से चेतावनी भेजना।
- नेट बैंकिंग पोर्टल या मोबाइल ऐप पर नोटिफिकेशन देना।
यदि कोई ग्राहक अपने खाते को सक्रिय नहीं करता है या KYC अपडेट नहीं करता है, तो बैंक 1 फरवरी 2025 से ऐसे खातों को बंद कर सकता है।
सरकारी और छात्रवृत्ति खातों पर नियम
- सरकारी खातों को अलग से वर्गीकृत किया जाएगा और उनके संचालन में कोई बाधा नहीं आएगी।
- छात्रवृत्ति खातों को निष्क्रिय नहीं माना जाएगा, भले ही उनमें लंबे समय तक कोई लेनदेन न हुआ हो।
ब्याज और शुल्क संबंधी नियम
- निष्क्रिय खातों पर कोई दंडात्मक शुल्क (Penalty) नहीं लगेगा।
- बचत खातों पर ब्याज जमा होता रहेगा, चाहे खाता सक्रिय हो या निष्क्रिय।
- खाते को पुनः सक्रिय करने के लिए कोई शुल्क नहीं लिया जाएगा।
धोखाधड़ी रोकने के लिए अतिरिक्त उपाय
RBI ने बैंक धोखाधड़ी को रोकने के लिए निष्क्रिय खातों की नियमित जांच और ऑडिट के निर्देश दिए हैं।
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सुरक्षा उपाय:
- बैंक निष्क्रिय खातों की मॉनिटरिंग करेंगे।
- पुनः सक्रिय किए गए खातों में लेनदेन की निगरानी की जाएगी।
- बैंक ग्राहकों को साइबर सुरक्षा से जुड़ी जानकारी देंगे।
ग्राहकों के लिए सुझाव
RBI के नए नियमों को ध्यान में रखते हुए, ग्राहकों को अपने खातों को सक्रिय रखने के लिए निम्नलिखित कदम उठाने चाहिए:
✔ हर 6 महीने में एक बार कोई लेनदेन करें।
✔ अपना KYC समय-समय पर अपडेट करें।
✔ खाते में न्यूनतम बैलेंस बनाए रखें।
✔ बैंक के संपर्क विवरण को अपडेट रखें।
✔ अपने बैंक की SMS और ईमेल सूचनाओं को नियमित रूप से पढ़ें।
RBI के नए नियमों का प्रभाव
इन नए नियमों के लागू होने से बैंकिंग प्रणाली अधिक सुरक्षित और पारदर्शी बनेगी।
✔ बेहतर खाता प्रबंधन – निष्क्रिय खातों की पहचान और उचित प्रबंधन संभव होगा।
✔ धोखाधड़ी में कमी – निष्क्रिय खातों का दुरुपयोग रोकने में मदद मिलेगी।
✔ डिजिटल बैंकिंग को बढ़ावा – लोग ऑनलाइन बैंकिंग का अधिक उपयोग करेंगे।
✔ ग्राहकों की जागरूकता – ग्राहक अपने खातों को लेकर अधिक सतर्क रहेंगे।
✔ अदावाकृत जमा की वसूली – निष्क्रिय खातों में जमा राशि को ग्राहकों तक पहुंचाने में मदद मिलेगी।
RBI के नए बैंकिंग नियम भारतीय बैंकिंग प्रणाली को अधिक पारदर्शी और सुरक्षित बनाने के लिए लागू किए जा रहे हैं। इन नियमों के तहत निष्क्रिय, KYC अपडेट न किए गए और न्यूनतम बैलेंस न रखने वाले खातों को बंद किया जा सकता है। ऐसे में ग्राहकों को अपने बैंक खातों को सक्रिय बनाए रखने के लिए आवश्यक कदम उठाने चाहिए।
यदि आप चाहते हैं कि आपका बैंक खाता सक्रिय रहे, तो समय-समय पर लेनदेन करें, KYC अपडेट करें और बैंक की सूचनाओं को नज़रअंदाज न करें।